• लिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते हैं,
    यूँ ही नहीं दोस्तों हम ये पर्व मनाते हैं।
    Even today, many people come in the tricolor with wrapped bodies,
    Not just like that, friends, we celebrate this festival.
  • बेमतलब की दुनिया का किस्सा ही खतम
    अब जिस तरह की दुनिया, उस
    तरह के हम
    The story of the meaningless world is over
    The kind of world we have now,
    kind of us